2024 में बनाइये अपनी केदारनाथ यात्रा को सफल व सुरक्षित – 15 Useful Tips For First Time Travelers

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2024 में केदारनाथ यात्रा कैसे करें , किन बातों का रखें ध्यान, क्या ले जायें, क्या न करें – इन सभी प्रश्नों का जवाब लेकर आयी हूं आज मैं अपने इस ब्लॉग में।

2013 की त्रासदी के बाद, केदारनाथ धाम में न सिर्फ चढ़ाई का रास्ता बदला है बल्कि ठहरने, खाने-पीने की व्यवस्था भी पूरी तरह बदल गई है। कोरोना काल के बाद 2024 में क्या उतनी ही आसान है केदारनाथ धाम की यात्रा, आइये जानते हैं।

केदारनाथ यात्रा कैसे करें

केदारनाथ यात्रा कैसे करें – संपूर्ण जानकारी

अगर आप भगवान महादेव के भक्त हैं तो एक बार केदारनाथ यात्रा तो जरूर करना चाहेंगे। जो लोग पहली बार केदारनाथ यात्रा करते हैं उनके मन में हजारों सवाल होते हैं।

केदारनाथ यात्रा के लिए कौन सा समय अच्छा है, यात्रा के दौरान हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, कितना सामान हमें ले जाना चाहिए, केदारनाथ Trek कितना मुश्किल है – पहली बार केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे हर श्रद्धालू के मन में ये सवाल अवश्य होते हैं।

Kedarnath Yatra से संबंधित हर एक सवाल का जवाब जानिए मेरी पहली केदारनाथ यात्रा के अनुभव के आधार पर।

कहां स्थित है केदारनाथ धाम – क्या है समुद्र तल से ऊंचाई?

भारत के खूबसुरत राज्यों में से एक उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम स्थित है। अगर हम बात करें कि केदारनाथ की ऊंचाई कितनी है तो समुद्र तल से लगभग 3583 मीटर अर्थात 11755 फीट ऊंचाई पर स्थित है केदारनाथ मंदिर।

केदारनाथ यात्रा की जानकारी

केदारनाथ कैसे जाएं – क्या है आखिरी पड़ाव वाहनों के लिए?

अपने प्राइवेट वाहन से केदारनाथ यात्रा करने वाले बहुत से लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि केदारनाथ में गाड़ी कहां खड़ी करें

चाहे आप केदारनाथ धाम जाने के लिए Public Transport का प्रयोग करें या फिर अपने Private Vehicle से यात्रा का प्रोग्राम बनाएं सोनप्रयाग आखिरी पडाव है किसी भी तरह के बाहरी वाहन के प्रवेश के लिए

केदारनाथ जाने के लिए आपको सोनप्रयाग से गौरीकुंड के लिए टैक्सी लेनी होगी। अगर सोनप्रयाग से आपको गौरीकुंड के लिए किसी कारणवश टैक्सी न मिल पाए तब ऐसी स्थिति में आपको पैदल ही गौरीकुंड तक जाना होगा।

सोनप्रयाग से गौरीकुंड की दूरी लगभग 5 किलोमीटर है

किस रास्ते का करें प्रयोग – क्या है सबसे आसान केदारनाथ यात्रा रूट?

केदारनाथ जाने वाले हर एक श्रद्धालू को सबसे पहले उत्तराखंड के ऋषिकेश तक पहुंचना अनिवार्य है। आप चाहे देश के किसी भी कौने से केदारनाथ आ रहे हों, आपको सबसे पहले ऋषिकेश पहुंचना पडे़गा।

ऋषिकेश से ही केदारनाथ धाम के लिए हमारी आगे की यात्रा आरंभ होती है। अब सवाल आता है कि ऋषिकेश से केदारनाथ कैसे जाएं?

ऋषिकेश से केदारनाथ जाने के लिए प्राइवेट टैक्सी बुक कर सकते हैं या फिर पब्लिक वाहन जैसे बस का प्रयोग कर सकते हैं।

ऋषिकेश से केदारनाथ सिर्फ सड़क मार्ग से ही जा सकते हैं। रेल या हवाई यात्रा की सुविधा ऋषिकेश से केदारनाथ के लिए उपलब्ध नहीं है। अगर आप केदारनाथ घाटी तक पैदल चलकर जाने की बजाय हेलीकोप्टर से यात्रा करना चाहते हैं तो उसके लिए गुप्तकाशी, फाटा या सर्सी से केदारनाथ धाम के लिए Helicopter बुक कर सकते हैं।

Guptkashi, Phata या Sersi पहुंचने के लिए भी आपको सबसे पहले ऋषिकेश ही पहुंचना होगा।  

केदारनाथ धाम के लिए कैसे करें Helicopter Booking?

केदारनाथ धाम के लिए Helicopter Booking करने के लिए आपको Heli Services to Kedarnath Ji Dham की Official Website पर जाना होगा। यहां आप Guptkashi, Phata या Sersi से केदारनाथ यात्रा के लिए हेलीकोप्टर बुक कर सकते हैं।

केदारनाथ धाम के लिए हेलीकोप्टर किराया शुल्क प्रत्येक स्थान से अलग है। किराया शुल्क की जानकारी भी आपको उपरोक्त वेबसाइट पर ही मिल जाती है।

देश के किसी भी कौने से केदारनाथ जाने के लिए ऋषिकेश कैसे पहुंचे व ऋषिकेश से केदारनाथ के लिए आगे की यात्रा कैसे करें – पूरी जानकारी के लिए आप मेरा यह ब्लॉग पढ़ सकते हैं।

पहली बार केदारनाथ जाएं तो क्या करें- किन बातों का रखें ध्यान?

केदारनाथ यात्रा सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद अपने अनुभव को मैं आप सब के साथ साझा कर रही हूं ताकि आपकी आने वाली केदारनाथ यात्रा सुखद व सुरक्षित हो।

निम्नलिखित 15 Useful Tips For Kedarnath Yatra 2024 आपकी आने वाली केदारनाथ यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।

15 Useful Tips For Kedarnath Yatra 2024 

केदारनाथ जाने से पहले अच्छी तरह प्लानिंग कर लें
केदारनाथ जाने से पहले निश्चित तिथि के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अवश्य करवा लें
केदारनाथ जाने से पहले अपनी सेहत को दुरुस्त अवश्य रखें – निरंतर वॉक और व्यायाम करें
केदारनाथ यात्रा के लिए अपने बैग में गर्म कपड़े अवश्य रखें
केदारनाथ धाम के लिए चढ़ाई करते समय ज्यादा सामान अपने साथ न ले जायें
केदारनाथ धाम के लिए अकेले यात्रा न करें – किसी न किसी को साथ अवश्य ले जायें
खाने-पीने का ज्यादा सामान साथ न लें जायें
केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय कचरा रास्ते या खाई में न डालें – डस्टबिन का प्रयोग करें
केदारनाथ यात्रा के दौरान मंहगे सामान के लिए दुकानदार से न झगड़े
हो सके तो Peak समय में केदारनाथ यात्रा न करें
केदारनाथ यात्रा के लिए Raincoat अवश्य साथ लें जायें
केदारनाथ Trekking करते समय अपने साथ Glucose वाले पानी की बोतल अवश्य रखें
केदारनाथ यात्रा करने जाएं तो First Aid Box जरूर साथ लें जाएं
सस्ते होटल्स के लिए ऑनलाइन की बजाय ऑफलाइन बुकिंग करें
भगवान केदार के दर्शन करने के बाद भैरव मंदिर भी अवश्य जायें

केदारनाथ जाने से पहले अच्छी तरह प्लानिंग कर लें

सवाल जब आता है कि केदारनाथ जाने के लिए क्या करना पड़ता है तो सबसे सटीक जवाब है प्लानिंग। जी हां, केदारनाथ जाने से पहले अच्छी तरह से की गई प्लानिंग आपके बजट को बिगड़ने से बचा लेती है।

केदारनाथ यात्रा की प्लानिंग में सबसे पहले यात्रा शुरू करने की तिथि (तारिख) निश्चित करें। आप किस दिन अपने गंतव्य स्थान से केदारनाथ यात्रा के लिए निकलेंगे। बीच में कहां-कहां रूकेंगे। केदारनाथ ट्रैकिंग किस दिन शुरू करेंगे, इन सब बातों का मोटा-मोटा हिसाब जरूर लगा लेना चाहिए।

जिससे कि आपको यह अंदाजा लग सके कि आपकी केदारनाथ यात्रा का खर्च कितना होगा।

केदारनाथ जाने से पहले निश्चित तिथि के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अवश्य करवा लें

एक बार आप तिथि निश्चित कर लें उसके बाद बारी आती है केदारनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन की। कोरोना वर्ष 2020 के बाद चार धाम की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होता है।

आप चाहें तो केदारनाथ यात्रा 2024 के लिए ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन भी करवा सकते हैं। लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आसान रहता है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद आपको ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन के लिए घंटों लाइन में नहीं लगता पड़ता। 

केदारनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन के लिए आप उत्तराखंड यात्रा विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट Registration and Tourist Care.UK पर जायें। यहां आप मुफ्त में केदारनाथ धाम के लिए अपना रजिस्ट्रैशन करवा सकते हैं।

केदारनाथ जाने से पहले अपनी सेहत को दुरुस्त अवश्य रखें – निरंतर वॉक और व्यायाम करें

अक्सर हम यूट्यूब पर या टीवी में पहाड़ों की विडियो देख कर मंत्रमुग्ध हो उठते हैं। केदारनाथ जाते हुए हजारों श्रद्धालुओं को देखकर हर शिवभक्त जोश से भर जाता है।

लेकिन जोश के साथ-साथ हमें होश से भी काम लेना चाहिए। अगर बात करें कि गौरीकुंड़ से केदारनाथ की दूरी कितनी है तो गौरीकुंड से केदारनाथ धाम की दूरी लगभग 22 किलोमीटर है। ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों पर खड़ी चढ़ाई किसी भी अच्छे-खासे इंसान की सांसे फूलाने के लिए काफी है।

केदारनाथ धाम के लिए ट्रेकिंग करते समय आपको सेहत संबंधित किसी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए जरूरी है महीनों पहले से तैयारी करना।

केदारनाथ जाने से कम से कम 2-3 महीने पहले से अपनी सेहत का खास ख्याल रखना अवश्य शुरू कर दें। रोज वॉक और व्यायाम जरूर करें जिससे कि ट्रैकिंग करते समय आपकी सांस न फूलें।

केदारनाथ यात्रा के लिए अपने बैग में गर्म कपड़े अवश्य रखें

केदारनाथ यात्रा के लिए जो एक और अहम बात है वह है गर्म कपड़े रखना। जब आप केदारनाथ यात्रा के लिए निकलते हैं तो रास्ते में आपको कई बार मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिलता है।

सोनप्रयाग, गौरीकुण्ड, केदारनाथ Trek हर जगह मौसम बदलने के साथ कभी भी ठंड़ हो जाती है। जबकि केदारनाथ धाम में जून-जुलाई के महीने में भी कड़कड़ाती सर्दी पड़ती है। 

इसलिए केदारनाथ जाते समय अपने साथ कुछ गर्म कपड़े अवश्य रखें ताकि बाद में किसी तरह की कोई परेशानी न हो।

केदारनाथ धाम के लिए चढ़ाई करते समय ज्यादा सामान अपने साथ न ले जायें

भगवान केदार का मंदिर लगभग 11755 फीट ऊंचाई पर स्थित है। जो कि गौरीकुंड़ से केदारनाथ घाटी तक लगभग 22 किलोमीटर पड़ता है।

केदारनाथ धाम के लिए Trekking करते समय रामबाड़ा के बाद बहुत खड़ी चढ़ाई करनी पड़ती है। इसलिए जितना हो सके Kedarnath Trekking करते समय अपने साथ कम से कम सामान रखने की कोशिश करें। 

ज्यादा सामान लेकर खड़ी चढ़ाई करना केदारनाथ यात्रा को थोड़ा मुश्किल बना देता है।

केदारनाथ धाम के लिए अकेले यात्रा न करें – किसी न किसी को साथ अवश्य ले जायें

केदारनाथ यात्रा यूं तो पूरी तरह सुरक्षित होती है। ट्रैक के रास्ते में जगह-जगह आपको मेडिकल सुविधाएं भी मिल जाती हैं। खाने-पीने की भी उचित व्यवस्था रहती है।

लेकिन पहली बार केदारनाथ यात्रा करते समय अकेले जाने की बजाय किसी को साथ ले जाना सही रहता है। पहली बार यात्रा करते समय 22 किमी. लंबी ऊंची चढ़ाई में शरीर किस तरह से रिएक्ट करता है हमें मालूम नहीं होता।

Trekking के दौरान अगर आपकी तबीयत खराब होती है तो किसी के साथ होने से आपको मदद मिल जाती है।

केदारनाथ Trekking के लिए खाने-पीने का ज्यादा सामान साथ न लें जायें

केदारनाथ Trekking के रास्ते में खाने-पीने की विशेष व्यवस्था रहती है। चाय, परांठा, मैगी, जलेबी, पकौड़े, दाल-चावल, विभिन्न प्रकार के ठंड़े पेय पदार्थ (Cold drinks, Flavored Milk) आदि आपको पूरे रास्ते आराम से मिल जाते हैं।

हालांकि वहां मिलने वाली सभी खाद्य सामग्री की कीमत सामान्य के मुकाबले ज्यादा होती है लेकिन फिर भी Affordable होती है। अतः Trekking करते समय कम से कम खाद्य पदार्थ अपने साथ रखें।

आप चाहें तो चने, ड्राई फ्रूट्स, चॉकलेट आदि अपने साथ जरूर रख सकते हैं।

केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय कचरा रास्ते या खाई में न डालें – डस्टबिन का प्रयोग करें

केदारनाथ यात्रा करने वाले हर एक यात्री को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि रास्ते में कहीं भी कूड़ा न फैलाएं।

केदारनाथ प्रकृति की गोद में बसा एक खूबसुरत धाम हैं। गौरीकुंड़ से केदारनाथ घाटी तक बना पूरा रास्ता जंगलों, ऊंचे पहाड़ों, खाई, नदी, झरनों, बादलों की खूबसुरती से ढका है। 

केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय खाली पैकेट, छिलके, प्लास्टिक बोतल या अन्य किसी भी प्रकार का कूड़ा खाई या ट्रैक पर न डालें। केदारनाथ पैदल यात्रा को अपने व अन्य यात्रियों के लिए सुगम, स्वच्छ व सुंदर बनाने में योगदान दें। सभी प्रकार का कूड़ा सिर्फ डस्टबिन में ही फेंके।

जब भी यात्रा करें एक समझदार नागरिक व जिम्मेदार यात्री बनें। 

केदारनाथ यात्रा के दौरान मंहगे सामान के लिए दुकानदार से न झगड़े

केदारनाथ पैदल यात्रा के समय यात्रियों को खाने-पीने की विभिन्न वस्तुएं उपलब्ध करवायी जाती हैं।

आपको केदारनाथ ट्रैकिंग के रास्ते में हर दूसरे कदम पर खाने-पीने की दुकानें मिलती हैं। चूंकि इन दुकानों पर मिलने वाला सामान सामान्य से ज्यादा रेट पर मिलता है इसलिए कई बार कुछ यात्री दुकानदारों से मंहगी वस्तुएं बेचने के लिए झगड़ा करने लगते हैं।

कृपया ऐसा न करें। इतनी ऊंचाई पर खाद्य पदार्थ मिल पाना ही बहुत बड़ी बात होती है। पहाड़ों पर बसने वाले इन लोंगो का सम्मान करें व किसी भी दुकानदार से मंहगे सामान के लिए न झगड़ें। उन्हें भी दुकान का किराया व अन्य खर्चें निकालने होते हैं।

हो सके तो Peak समय में केदारनाथ यात्रा न करें

केदारनाथ जाने के लिए सही समय की जब भी बात आती है तो हमें ऐसे समय का चुनाव करना चाहिए जब भीड़ बहुत ज्यादा न हो।

यूं तो आप मई से लेकर कपाट बंद होने तक कभी भी केदारनाथ दर्शन के लिए जा सकते हैं। लेकिन जून आखिरी सप्ताह से लेकर जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर ऐसा समय है जब केदारनाथ धाम में बहुत ज्यादा भीड़ नहीं होती। हम 1 जुलाई को केदारनाथ दर्शन को गये थे। उस वक्त वहां सामान्य भीड़ थी। 

मई और जून हर वर्ष Peak समय होते हैं जब बहुत ही ज्यादा लोग केदार भगवान के दर्शन करने जाते हैं। ऐसे समय में सही रेट पर होटल मिलना मुश्किल रहता है।

केदारनाथ यात्रा के लिए Raincoat अवश्य साथ लें जायें

केदारनाथ यात्रा 2024 के लिए टिप्स की बात करें तो रेनकोट एक जरूरी ध्यान रखने वाली बात है। गौरीकुंड़ से लेकर केदारनाथ धाम तक रास्ते में कभी भी बारिश शुरू हो जाती है।

रास्ते में कपड़े न भीगें इसलिए हमेशा अपने साथ एक Raincoat जरूर रखें।

केदारनाथ Trekking करते समय अपने साथ Glucose वाले पानी की बोतल अवश्य रखें

एक लंबें रास्ते पर पैदल चलते हुए सांस फूलना, प्यास लगना आम बात है। हमने केदारनाथ Trekking करते समय यह अनुभव किया कि प्यास लगने पर सामान्य पानी पीने की बजाय अगर हम Glucose वाला पानी पीते हैं तो चढ़ाई करते समय ज्यादा ऊर्जा महसूस होती है।

Glucose वाला पानी हमें Energy प्रदान करता है जिससे हम आसानी से चढ़ाई कर पाते हैं। इसलिए केदारनाथ यात्रा के दौरान हमेशा अपने साथ एक Glucose Water Bottle जरूर रखें।

केदारनाथ यात्रा करने जाएं तो First Aid Box जरूर साथ लें जाएं

केदारनाथ यात्रा के लिए हमारा 7 लोगों का एक ग्रूप था। पहले दिन की पैदल यात्रा में रात होते-होते हम इतना थक गये थे कि हममें से हर किसी को कोई न कोई दवाई लेनी पड़ी।

अतः केदारनाथ यात्रा की प्लानिंग करते समय First Aid Box रखना बिल्कुल न भूलें। First Aid Box में जरूरी दवाईयां जैसे बुखार, सिर दर्द, पेट दर्द, उल्टी, एसिडिटी इन सब की दवाई जरूर रखें। 

यात्रा करते समय आपको कभी भी इनकी जरूरत पड़ सकती है।

सस्ते होटल्स के लिए ऑनलाइन की बजाय ऑफलाइन बुकिंग करें

Kedarnath Trip से संबंधित एक महत्वपूर्ण सवाल यह भी है कि केदारनाथ यात्रा के दौरान कहां ठहरें

ऋषिकेश से केदारनाथ घाटी तक आपको ठहरने के बहुत अच्छे विकल्प मिल जाते हैं। ऋषिकेश, श्रीनगर, रूद्रप्रयाग, गुप्तकाशी, फाटा, सीतापुर, सोनप्रयाग, केदारनाथ बेस कैम्प, व केदारनाथ घाटी में आप अपनी सुविधा के अनुसार ठहर सकते हैं।

केदारनाथ बेस कैम्प के लिए आपको GMVN वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग करवानी होती है। इसके अलावा बाकी अन्य जगहों पर ठहरने के लिए आप ऑनलाइन की बजाय वहां पहुंच कर ही होटल बुक करेंगे तो वह थोड़े सस्ते पड़ जायेंगे।

मई-जून के बाद ज्यादा भीड़ न होने की वजह से आराम से होटल्स मिल जाते हैं।

भगवान केदार के दर्शन करने के बाद भैरव मंदिर भी अवश्य जायें

भगवान केदार महादेव के दर्शन करने के बाद बाबा भैरव के दर्शन भी अवश्य करने चाहिए। भैरव मंदिर कैदार घाटी से थोड़ी दूरी पर ही स्थित है जिसके लिए आपको थोड़ी और चढाई करनी पड़ती है।

जब भी केदारनाथ दर्शन के लिए जाएं भैरव मंदिर भी जरूर जायें।

इस लेख में मैंने अपने अनुभव के आधार पर आपको 2024 में केदारनाथ यात्रा कैसे करें की संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है। अगर आप अपनी पहली केदारनाथ यात्रा के दौरान उपरोक्त सभी बातों का ध्यान रखते हैं तो आपकी यात्रा काफी आसान हो जायेगी। 

यदि आप भी अपनी पहली केदारनाथ यात्रा करने जा रहे हैं तो आपको ढ़ेरों शुभकामनाएं। आपकी यात्रा मंगलमय हो। आप चाहें तो अपने विचार नीचे कमेंट बॉक्स में मेरे साथ साझा कर सकते हैं। साथ ही यह पहली केदारनाथ यात्रा से संबंधित जानकारी आपको कैसी लगी यह भी जरूर बताएं। 

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