केदारनाथ जाने की कर ली है तैयारी – पाइये रास्ते के बारे में पूरी जानकारी

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इस ब्लॉग में हम बात करेंगे केदारनाथ ट्रैकिंग की पूरी जानकारी के बारे में। जुलाई, 2022 में जब हमने पहली बार केदारनाथ यात्रा का प्लान बनाया था तब मन में केदारनाथ ट्रैक को लेकर कई सारे सवाल थे।

यदि आप भी पहली बार केदारनाथ यात्रा करने जा रहे हैं और जानना चाहते हैं कि आखिर कितनी मुश्किल है Kedarnath Trekking तो बने रहिए इस ब्लॉग में हमारे साथ। 

केदारनाथ ट्रैकिंग की पूरी जानकारी – कब शुरू करें, किन बातों का रखें ध्यान?

भगवान केदार के दर्शन करने की अभिलाषा किस भक्त को नहीं होती। महादेव का हर भक्त जीवन में कम से कम एक बार अवश्य केदारनाथ यात्रा करने की चाह रखता है।

अगर आप भी महादेव के भक्त हैं व भगवान केदार के दर्शन करने की इच्छा रखते हैं तो यह केदारनाथ ट्रैकिंग प्लान, आपकी आने वाली केदारनाथ धाम यात्रा 2024 को अधिक सुगम व आनंदित बना देगा।

केदारनाथ ट्रैकिंग मार्ग की पूरी जानकारी को हम छोटे-छोटे प्रश्नों की सहायता से देने की कोशिश करेंगे ताकि आप यह अच्छे से जान सकें कि आपको 2024 में केदारनाथ यात्रा करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए होगा।

(केदारनाथ पैदल रास्ता शुरू करने से पहले हमारा गौरीकुंड़ तक पहुंचना बहुत जरूरी है। आप कैसे देश के अलग-अलग हिस्सों से केदारनाथ पहुंच सकते हैं इसकी पूरी जानकारी आपको मेरे इस लेख में मिल जायेगी – ऋषिकेश से केदारनाथ कैसे पहुंचे।)

क्या हम केदारनाथ में रात में ट्रैकिंग कर सकते हैं?

यदि आप पहली बार केदारनाथ यात्रा करने जा रहे हैं तो ट्रैकिंग से संबंधित इस सवाल का जवाब आप भी जरूर जानना चाहेंगे कि क्या रात में केदारनाथ ट्रैकिंग Safe है?

जब हमने केदारनाथ यात्रा की थी तब यह सवाल हमारे मन में भी था। हमने अपनी केदारनाथ यात्रा लगभग दिन के 2 बजे शुरू की थी। हम पहली बार केदार महादेव के दर्शन के लिए जा रहे थे इसलिए ट्रैक के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी।

अंधेरा हो चला था लेकिन अभी तक हम आधा रास्ता भी पूरा नहीं कर पाये थे। मन में बस यही सवाल था कि क्या रात के अंधेरे में ट्रैकिंग करना सेफ रहेगा?

केदारनाथ मंदिर तक जाने के लिए ट्रैक जंगलों व ऊंचे पहाड़ों से घिरा होने के बाद भी पूरी तरह से सुरक्षित है। रात भर पैदल व घोड़ों पर सवाल यात्री आवागमन करते रहते हैं। केदारनाथ धाम का रास्ता पूरी रात यात्रियों की बातों और घोड़ों के पैरों व गले में बधें घुंघरूओं की आवाजों से गुंजायमान रहता है। 

हमने रात के लगभग 9 बजे तक ट्रैकिंग करने के बाद, खाना खाया व आराम करने के लिए एक टेंट बुक किया। (आने वाले वर्ष 2024 में अपनी केदारनाथ यात्रा को कैसे प्लान करें, इसकी पूरी जानकारी के लिए पढ़िए मेरा यह ब्लॉग – केदारनाथ यात्रा 2024 में कैसे प्लान करें – Complete Guide) 

क्या रात में केदारनाथ ट्रैकिंग Safe है

केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय रात में कहां रुकें?

पहली बार Kedarnath Journey करने वाले अधिकतर सभी लोगों के मन में यह सवाल जरूर रहता है।

Kedarnath Trekking करते समय आपको रात में रुकने के लिए टेंट की सुविधा मिल जाती है। ये टेंट वहां खाना बनाने वाले लोगों के पास आपको मिल जायेंगे। आप किसी भी खाना Provide करने वाले के पास जाकर टेंट के लिए पूछ सकते हैं। 

यदि केदारनाथ में टेंट के किराये की बात करें तो यह सीजन के हिसाब के घटता-बढता रहता है। 1000 से 3000 रूपये के बीच में 4 से 5 लोगों के लिए आपको टेंट मिल जाता है।

कितना कठिन है केदारनाथ का रास्ता?

केदारनाथ यात्रा का प्लान बनाते समय हर एक यात्री को एक बार यह अवश्य जान लेना चाहिए कि केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय क्या परेशानी आती हैं

केदारनाथ मंदिर तक जाने का रास्ता ऊंचे खूबसूरत पहाड़ों व घने जंगलों से घिरा हुआ है। रास्ते के दोनों तरफ भोजन देने वाले टेंट लगे हैं। Kedarnath Trek पर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर यात्रियों के बैठने के लिए लोहे व सिमेंट के बैंच बने हैं।

केदारनाथ धाम का रास्ता बहुत सुगम व मन को शांति देने वाला है। एक बार अगर आप Kedarnath Trekking कर लेते हैं तो फिर जीवनभर कभी वह अनुभव नहीं भूल पायेंगे। 

यूं तो रास्ता साफ व लोहे की ग्रिल से सुरक्षित है लेकिन फिर भी जो लोग पहली बार यात्रा कर रहे होते हैं उनके लिए केदारनाथ मंदिर तक पहुंचना चुनौतिपूर्ण हो जाता है। आधे से ज्यादा रास्ते में खड़ी चढ़ाई होने के कारण थोड़ी दूरी तक चलने में ही सांस फूलने लगती है।

जो लोग पहली केदारनाथ यात्रा 2024 में करेंगे उन्हें यात्रा से कम से कम एक महीने पहले वॉक की आदत डाल लेनी चाहिए। ताकि जब केदारनाथ ट्रैकिंग करें तो जल्दी सांस न फूले।

क्या केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है?

केदारनाथ मंदिर समुद्र तल से लगभग 3583 मीटर अर्थात 11755 फीट ऊंचाई पर स्थित है। ट्रैकिंग करते समय सांस फूलने की दिक्कत अधिकतर हर एक इंसान को होती है।

जो लोग पूरी तरह से स्वस्थ नहीं होते उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ जाती है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ है तो केदारनाथ मंदिर तक जाने का पूरा रास्ता बहुत सुगमता से कट जाता है। रास्तेभर या मंदिर पहुंचने के बाद भी कहीं भी ऐसा महसूस नहीं होता कि हम इतनी ऊंचाई पर हैं, और सांस लेने में कोई परेशानी हो रही है।

महादेव की कृपा से हम 7 सदस्यों में से किसी एक को भी ट्रैकिंग करते समय ऑक्सीजन की जरूरत महसूस नहीं हुई।

क्या बच्चे भी केदारनाथ यात्रा कर सकते हैं

क्या बच्चे केदारनाथ ट्रैकिंग कर सकते हैं?

जी हां, बच्चे बहुत आसानी से Kedarnath Trekking कर सकते हैं। आप चाहें तो उनके लिए घोड़े या पिट्ठू की सुविधा बुक कर सकते हैं। 

हमारे साथ 8 और 5 साल के दो बच्चे थे। दोनों ने भगवान केदार के दर्शनों के लिए हमारे साथ पैदल यात्रा पूरी की। अगर 2024 में बच्चों के साथ केदारनाथ यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं तो बस इतना ध्यान रखें कि ज्यादा जल्दी यात्रा पूरी करने की कोशिश न करें।

आराम से धीरे-धीरे यात्रा करें। समय थोड़ा ज्यादा लगेगा लेकिन आप बच्चों के साथ आराम से Kedarnath Trekking कर पायेंगे।

केदारनाथ ट्रैकिंग के लिए घोड़े कहां से मिलते हैं?

केदारनाथ ट्रैकिंग के लिए घोड़े बुक करने की सुविधा आपको गौरीकुंड़ में मिल जाती है। साथ ही आप पूरी केदारनाथ ट्रैकिंग के दौरान रास्ते में कहीं भी घोडें या पिट्ठू बुक कर सकते हैं

केदारनाथ ट्रैकिंग आपको पैदल पूरी करनी है या घोड़े या पिट्ठू से यह आप अगर गौरीकुंड में ही Decide कर लेते हैं तो ये आपके बजट के अनुसार बहुत फायदेमंद रहेगा।

जो घोड़ा आपको गौरीकुंड़ में 3000 रुपये में मिल जाता है, ऊपर चढ़ाई के दौरान उसी के लिए आपको 6000 रूपये भी देने पड़ सकते हैं। केदारनाथ ट्रैकिंग के लिए घोड़ों का Price चढ़ाई के साथ-साथ बदलता रहता है।

पहली बार केदारनाथ ट्रैकिंग करने वाले को मंदिर तक पहुंचने में कितना समय लगता है?

गौरीकुंड़ में केदारनाथ यात्रा की शुरूआत में आपको एक होर्डिंग देखने को मिलेगी जिस पर 16 किलोमीटर की ट्रैकिंग लिखी है। वास्तव में केदारनाथ ट्रैकिंग 22 किलोमीटर लंबे रास्ते से होकर गुजरती है। यदि बात करें कि पैदल केदारनाथ ट्रैकिंग कितने घंटे में पूरी हो जाती है तो इसमें कम से कम 12 से 16 घंटें लग जाते हैं।

हम पहली बार केदारनाथ यात्रा कर रहे थे, साथ ही हमें पैदल चलने की आदत भी नहीं थी, इसलिए हमें 22 किलोमीटर की पैदल यात्रा में लगभग 28 घंटें लगे।

इसलिए यदि आप पहली बार Kedarnath Yatra 2024 में करने जा रहे हैं व जानना चाहते हैं कि केदारनाथ पैदल यात्रा में कितना समय लगता है, तो हम आपसे बस इतना ही कहेंगे कि यह समय पूरी तरह से आपकी सेहत व चलने की स्पीड पर निर्भर करता है। एक सामान्य व्यक्ति को कम से कम 12 घंटें लगते हैं पहली बार केदारनाथ पैदल यात्रा पूरी करने में। 

केदारनाथ ट्रैकिंग की पूरी जानकारी

केदारनाथ ट्रैकिंग में कैसी है साफ-सफाई?

एक महत्वपूर्ण प्रश्न जिसका जवाब 2024 में केदारनाथ यात्रा करने वाला हर एक व्यक्ति जानना चाहेगा – क्या केदारनाथ ट्रैकिंग में टॉयलेट साफ होते हैं?

केदारनाथ ट्रैकिंग के दौरान आपको कई जगह टॉयलेट की सुविधा मिलती है। गौरीकुंड से निकलने के बाद लगभग 5 किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद रामबाडा तक आपको अच्छे-साफ टॉयलेट मिल जाते हैं। 

रामबाडा से लिंचोली तक टॉयलेट की सुविधा न के बराबर है। बड़ी लिंचोली पहुंचने पर आपको रहने व वॉशरूम की अच्छी सुविधा मिल जाती ही।

अगर ट्रैक की बात करें तो अधिकतर केदारनाथ ट्रैक साफ-सूथरा है। लेकिन बीच-बीच में कहीं आपको कीचड़ मिल जाती है।

केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय ध्यान रखने वाली बातें

आइये अब अंत में कुछ जरूरी बातें जान लेते हैं, जो आपकी 2024 में केदारनाथ यात्रा को सुगम, सुरक्षित व आनंदायक बनाने में बहुत काम आयेंगे।

केदारनाथ ट्रैकिंग के दौरान अपने साथ ज्यादा खाने-पीने की चीजे न रखें

कई बार हम यह गलती करते हैं कि जब भी कहीं यात्रा पर जाते हैं तो अपने साथ बहुत सारा खाने-पीने का सामान भी पैक कर लेते हैं। आप अपनी आने वाली केदारनाथ यात्रा में यह गलती न दोहरायें।

यदि आपके मन में यह सवाल हो कि केदारनाथ ट्रैकिंग में खाना कैसा मिलता है, तो निश्चिंत हो जाइये। केदारनाथ ट्रैकिंग के दौरान आपको बहुत अच्छा खाना मिल जाता है। परांठा, दाल-चावल, पकौड़े, जलेबी, मैगी, बिस्किट, चिप्स, कोल्ड्रिंक्स व अन्य खाद्य सामग्री आपको बहुत आसानी से पूरी ट्रैकिंग के दौरान उपलब्ध होते हैं।

क्या केदारनाथ ट्रैकिंग रास्ते में खाने की सही व्यवस्था रहती है, उम्मीद है इस बारे में अब आपके मन में कोई संशय नहीं होगा।

रात में रुकने के लिए टेंट लेते समय ध्यान रखे कि पास में टॉयलेट की सुविधा हो

ऊपर ब्लॉग में हमने आपको केदारनाथ ट्रैकिंग के दौरान कहां-कहां वॉशरूम की सुविधा मिलती है, इसकी पूरी जानकारी दी है।

यदि आपको केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय रास्ते में रात में रुकना पड़े तो कोशिश करें कि अपना टेंट वहीं बुक करवाये जहां वॉशरूम की Proper Facility उपलब्ध हो।

केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय अपने साथ चॉकलेट अवश्य रखें

केदारनाथ ट्रैकिंग शुरू करने से पहले अपने साथ चॉकलेट अवश्य रख लें। चॉकलेट बहुत जल्दी Low Blood Pressure को सही करने में काम आती है। Energy Bar Chocolates खाने से आपको ट्रैक के दौरान Fresh and Energetic महसूस होगा।

पानी की बोतल, व First-Ad-Box अपने साथ जरूर रखें

आने वाले वर्षों में जब भी आप केदारनाथ यात्रा के लिए जायें तो ट्रैकिंग के दौरान अपने साथ ग्लूकोज वाले पानी की बोतल व First-Ad-Box जरूर रखें।

ग्लूकोज वाला पानी पीने से आपको ट्रैक के दौरान Instant Energy मिलती रहेगी। यूं तो आपको केदारनाथ ट्रैकिंग के दौरान बड़ी लिंचोली व एक-दो अन्य स्थानों पर मेडिकल सुविधा मिल जाती, लेकिन फिर भी कुछ जरूरी दवाईयां जैसे बुखार, सरदर्द, पेट दर्द, गैस्ट्रिक कैप्सूल आदि अपने साथ अवश्य रखें। 

सांस लेने में होने वाली समस्या से बचने के लिए अपने पास कपूर जरूर रखें

केदारनाथ यात्रा प्लान 2024 बनाते हुए अपनी लिस्ट में कपूर जरूर लिख लें। पूजा सामग्री में प्रयोग होने वाला कपूर केदारनाथ यात्रा में साथ जरूर ले जायें।

केदारनाथ ट्रैकिंग करते समय यदि ऑक्सीजन की कमी लगे व सांस लेने समस्या हो तो कपूर सूंघने से राहत मिलती है। बाद में आप मेडिकल केम्प में जाकर Proper Oxygen ले सकते हैं। 

केदारनाथ ट्रैकिंग से संबंधित इस ब्लॉग में बस इतना ही। आपको आपकी Kedarnath Yatra 2024 के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

हर-हर महादेव, जय शिव-शंकर। जय बाबा केदार। 

यदि केदारनाथ यात्रा 2024 से संबंधित आपके मन में कोई भी सवाल हो तो आप कमेंट बॉक्स में हमसे पूछ सकते हैं। 

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